Pollution: दूसरे दिन भी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर रहा 'Severe Plus', 488 पर पहुंचा औसत AQI
आज भी दिल्ली का औसत AQI 488 दर्ज किया गया है. बता दें कि 450 से ऊपर के एक्यूआई को 'बहुत गंभीर' की कैटेगरी में रखा जाता है.
दिल्ली में प्रदूषण के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. AQI लगातार दो दिन से 'Severe Plus' की कैटेगरी में बना हुआ है. कोहरे और प्रदूषण के कारण आसमान में धुंध की लेयर बनी हुई है. आज भी दिल्ली का औसत AQI 488 दर्ज किया गया है. बता दें कि 450 से ऊपर के एक्यूआई को 'बहुत गंभीर' की कैटेगरी में रखा जाता है. प्रदूषण के कारण दिल्ली-एनसीआर में रहने वाले लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल इन हालातों को देखते हुए दिल्ली में बीते सोमवार को GRAP-4 लागू कर दिया गया है और 12 तक के स्कूलों में क्लासेज ऑनलाइन कर दी गई हैं.
Delhi's air quality remains 'severe plus' for second consecutive day, smog shrouds city reducing visibility
— ANI Digital (@ani_digital) November 19, 2024
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जानिए कहां कितना दर्ज किया गया AQI
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, मंगलवार सुबह अलीपुर, अशोक विहार, वजीरपुर, बवाना, दिलशाद गार्डन, मुंडका, जहांगीरपुरी और विवेक विहार में AQI 500 दर्ज किया गया. वहीं डीटीयू में 496, द्वारका में 496, आईटीओ में 386, आर के पुरम में 494, ओखला में 499 और नरेला में 491 एक्यूआई दर्ज किया गया.
12वीं तक की क्लासेज ऑनलाइन
दिल्ली में सोमवार तक 10वीं और 12वीं क्लास को छोड़कर अन्य सभी स्कूल बंद रहने का आदेश था, लेकिन प्रदूषण के बिगड़ते हालातों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने आज मंगलवार से 10वीं और 12वीं के क्लासेज भी अगले आदेश तक ऑनलाइन मोड में चलाने के आदेश दिए हैं. वहीं इस बीच दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने 23 नवंबर तक और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) ने 22 नवंबर तक ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने की घोषणा की है.
क्या होता है AQI
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AQI के जरिए हवा में मौजूद कार्बन डाइऑक्साइड (CO), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2), ओजोन, PM 2.5 और पीएम 10 पॉल्यूटेंट्स वगैरह को देखा जाता है. ये पॉल्यूटेंट्स हवा में जितने ज्यादा होंगे, हवा उतनी ही जहरीली होगी. इनमें भी PM 2.5 को बेहद खतरनाक माना जाता है. ये अतिसूक्ष्म कण होते हैं जिनका व्यास 2.5 माइक्रोमीटर या इससे कम होता है. PM 2.5 कोयले को जलाने, पराली जलाने, औद्योगिक ईकाइयों से उत्सर्जन, गाड़ियों से निकलने वाला धुआं आदि तमाम इसके कारण हो सकते हैं
प्रदूषण के छह मानक
बता दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के छह मानक होते हैं, जो ये बताते हैं कि शहर की हवा सांस लेने योग्य है या नहीं. ये छह मानक हैं- अच्छी, संतोषजनक,सामान्य, खराब, बहुत खराब और गंभीर जैसी कैटेगरी शामिल हैं. 0-50 के बीच 'अच्छी', 51-100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'सामान्य', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच अगर AQI पहुंच जाए तो इसे 'गंभीर' माना जाता है.
10:07 AM IST